फागुन आया गाव में , लोग रंग बिरंगे हो,
बिना किसी बात के ठिठौलिया कर रहे है और
गाव की गोरी टेसू के फूल की तरह शुर्ख लाल हो चली गेहू की बालियों की खुशबू माहौल को मादक बना दूर बैठे पीहर जाने को उतावली है
जरा गाव की तरफ आओ तो बिना भींगे रहोगे नहीं ,
जीवन में रंगों का अपना महत्व है बिना रंगों का जीवन भी क्या जीवन है
भदरंग जिंदगी जीते जीते मन भरा नहीं क्या अभी तुम्हारा की फागुन का नाम आते ही मुह बिचकाने लगे भूल गए वो बचपन के दिन जब सुबह से ही रंगों की पिचकारी लिए दौड़ते थे फुदकते थे और फिर रंग कर चिल्लाते थे होली है ..........होली है ...........वो गुझिया और मठरी रंगे हाथो से खाना भूल गए बड़े भुल्लकड़ हो यार तीस चालीस सालो में कितना बदल गए तुम वो पड़ोस की लड़की जिसके गालो में गुलाल मलना तुम अपना परम धर्म समझते थे कहा
है वो आज कल कुछ पता है तुम्हे ............?
सुनो ,इस ब्रम्हांड में जिंदगी के अलावा और कुछ नहीं है कपडे बदलने में तो तुम्हे कभी हिच्च नहीं होती है फिर मौत से क्यों हिच्च ............
रंगों का अपना संसार है अपने सपने है रंग भला किसे नहीं अच्छे लगते तुम्हे कैसे लगते है रंग ,रंगों में भी कौन सा रंग तुम्हे भाता है कुछ है या फिर बस यू ही भदरंग भदरंग छिता कसी ...........कर और सोच क्या रहे प्रेरणा प्रेरणा ,प्रेरणा प्रेरणा वे वो भी वो वो फग गद्ग दगड द्फ्द द्ग्फ्द फड द्ग्फ़ वो औरवो झ्फ्झ ह्फ्ज्द क्स्झ वेफर रर
केs लिए पड़ोस की जमीन बड़ी उपजाऊ होती है देख रेख भी ठीक रहती है ज्यादा भाग दौड़ की भी जरुरत नहीं होती , जब मन आया खेती देख ली
पड़ोस के लहलहाते खेत को देख दूसरो को भी प्रेरणा मिलती है ओर वो भी अपने पड़ोस की उसर जमीन को
उपजाऊ बनाने की जुगत में लग जाते और यदा कदा खेती भी लहलहाने लगती ,पड़ोस की जमीन जो प्रेम के लिए उपजाऊ होती
हम सब किस मिट्टी के बने है की जुड़ने की नाम ही नहीं लेते टूटने और तोड़ने में विश्वास रखते है जो आनद जुड़ने और जोड़ने में है वो तोड़ने और टूटने में नहीं ,होली जुड़ने और जोड़ने की त्यौहार है मस्ती और उमंग का उत्सव है
प्यार और उल्लास का दिन है जीवन का हर दिन होली हो हर शाम दिवाली हो ,त्योहारों को तारीखों में मत बंधो ,जीवन सरल है सहज है इसके रंगों में रंग जाओ सूरज को अपनी मर्जी से मत उगाओ नहीं उगेगा निराश हो जाओगे और निराश निराश मिट जाओगे ..... फागुन में रंग खेलो और रंगों लोगो को ,पड़ोस की वो लड़की अब कहा है जरा खोजने की कोशीश करो मिल जाये तो खबर करना ..............