Tuesday, February 2, 2010

छोटा सा गाव


मेरा गाव बहुत छोटा सा है, बिलकुल छोटा सा' लोग घर में नहीं दिलो में रहते है चाँद ,तारे ,सूरज ,पेड़ ,पौधे ,हरियाली , कुआ ,पानी ,पनघट ,पगडण्डी, गाय,गोबर ,गौधुली ,छाया ,धूप ,अमराई ,वो सब कुछ है वहा जो होना चाहिए प्रेम ,आदर, भावनाए ,सम्मान ,आतिथ्य
वहा आपको आपका खोया हुआ मन मिलेगा ,किसी झुरमुट से लिपटा ,आपको देख फिर आपके साथ हो लेगा ,
जिन्हें आप खोज रहे है वो भी मिल सकता है अगर नजरे हुई तो