
मेरा गाव बहुत छोटा सा है, बिलकुल छोटा सा' लोग घर में नहीं दिलो में रहते है चाँद ,तारे ,सूरज ,पेड़ ,पौधे ,हरियाली , कुआ ,पानी ,पनघट ,पगडण्डी, गाय,गोबर ,गौधुली ,छाया ,धूप ,अमराई ,वो सब कुछ है वहा जो होना चाहिए प्रेम ,आदर, भावनाए ,सम्मान ,आतिथ्य
वहा आपको आपका खोया हुआ मन मिलेगा ,किसी झुरमुट से लिपटा ,आपको देख फिर आपके साथ हो लेगा ,
जिन्हें आप खोज रहे है वो भी मिल सकता है अगर नजरे हुई तो
शब्द कोई गीत बनकर
ReplyDeleteअधरों पे मचलता नही
सुर सरगम का साज कोई
जाने क्यूँ बजता नहीं.....
बाँध विचलित सब्र के
हिचकियों मे लुप्त हो गये ,
सिसकियों की दस्तक से भी,
द्वार पलकों का खुलता नहीं....
रीती हुई मन की गगरिया,
भाव शून्य हो गये,
खामोशी के आवरण मे ,
मौन करवट बदलता नहीं