Friday, May 8, 2009

कुछ अनकहे बोल मन बोल नही पाया ताने बाने में बधा मन कब मुक्त होगा? जब मुक्त होगा तब क्या होगा ?किसे पता है ? शब्दों के माया जाल में मन भरमाया है किसके हाथ में है डोर हमारी आपकी कुछ पता है आपको यदि हो तो बताये बचपन के दिन और गर्मियों की छुट्टिया खट्टे मीठे आम और लू के थपेडे गुल्फी के खाने वाले और रातोtt में छतो में ,सुराही का पानी ,मछरदानी के अन्दर से तारो को गिनना और फ़िर भूल जाना मामा का घर और नानी की कहानी

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