हर मौसम में फतवा जारी किया करो, सबको रुसवा बारी-बारी किया करोगर मिले मुर्ग मुसल्लम तो ठीक है, वरना छान कर सत्तू वहीं पिया करो
हर मौसम में फतवा जारी किया करो, सबको रुसवा बारी-बारी किया करो
ReplyDeleteगर मिले मुर्ग मुसल्लम तो ठीक है, वरना छान कर सत्तू वहीं पिया करो